नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक दिल्ली निवासी रोहित विज को चीनी नागरिकों द्वारा संचालित एक फर्जी निवेश ऐप से जुड़े ₹900 करोड़ से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया है।
ईडी ने बताया कि 30 जून को विज को हिरासत में लिया गया, जिसके पहले उसके ठिकानों पर राष्ट्रीय राजधानी में छापेमारी की गई थी।
यह मामला हैदराबाद साइबर क्राइम पुलिस द्वारा 2022 में दर्ज एक एफआईआर पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ चीनी नागरिकों ने भारतीय सहयोगियों के साथ मिलकर ‘LOXAM’ नामक एक फर्जी निवेश ऐप के माध्यम से लोगों को गुमराह कर भारी मुनाफे का झांसा दिया।
जांच में सामने आया कि धोखाधड़ी की रकम ‘Xindai Technologies Pvt. Ltd.’ नाम की एक शेल कंपनी के बैंक खाते में जमा कराई गई थी, जिसे “Jack” नामक एक चीनी नागरिक के निर्देश पर एक भारतीय के नाम पर खोला गया था।
ईडी ने बताया कि चीनी नागरिक ने इंटरनेट बैंकिंग की जानकारी लेकर रकम को 38 म्यूल अकाउंट्स के माध्यम से घुमाया। इसके बाद दिल्ली स्थित मनी चेंजर कंपनियों, जैसे Ranjan Money Corp. Pvt. Ltd. और KDS Forex Pvt. Ltd., की मदद से इस धन को अमेरिकी डॉलर और दिरहम जैसी विदेशी मुद्राओं में बदला गया।
ईडी का कहना है कि विज और उसके साथियों ने इस “गंदे धन” (tainted money) को विदेशी मुद्रा में बदलकर चीनी मास्टरमाइंड्स तक हवाला चैनलों के माध्यम से पहुंचाया।
जांच एजेंसी ने खुलासा किया कि ₹171.47 करोड़ की राशि Xindai Technologies के जरिए विदेशी मुद्रा में बदली गई। लेकिन बैंक खातों की गहन जांच में यह सामने आया कि सात महीनों के भीतर रोहित विज के नियंत्रण में रही दोनों मनी चेंजर कंपनियों ने ₹903 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग की।
ईडी इस अंतरराष्ट्रीय वित्तीय घोटाले में शामिल अन्य आरोपियों और नेटवर्क की पहचान के लिए जांच जारी रखे हुए है।