नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए दिल्ली सरकार जल्द ही शहर के बस क्यू शेल्टर (BQS) यानी बस स्टॉप का कायाकल्प करेगी। यह कार्य सिंगापुर, लंदन, बेंगलुरु और नवी मुंबई जैसे शहरों की योजनाओं और डिज़ाइनों से प्रेरित होगा।
दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने एक समीक्षा बैठक के बाद जानकारी दी कि बस स्टॉप्स को विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस करने के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मॉडल्स का अध्ययन किया जा रहा है।
“हम दिल्ली के BQS को आधुनिक, कार्यक्षम और सौंदर्यपूर्ण रूप देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि यात्रियों को विश्व स्तरीय अनुभव मिल सके,” मंत्री ने कहा।
नए बस स्टॉप की प्रमुख विशेषताएँ:
- LED लाइटिंग और डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, जिससे बस नंबर और रूट की जानकारी मिलेगी
- स्टेनलेस स्टील निर्माण, जो टिकाऊ और आधुनिक होगा
- खुली प्रतिस्पर्धा के ज़रिए डिज़ाइन का चयन
- अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार लागत और डिज़ाइन अध्ययन
- शहरी और ग्रामीण दिल्ली दोनों क्षेत्रों को ध्यान में रखकर योजना तैयार
दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (DTIDC) के अनुसार, वर्तमान में दिल्ली में 4,627 अधिसूचित बस क्यू शेल्टर स्थान हैं, जिनमें से 2,021 पहले से कार्यशील हैं। इसके अलावा सरकार 1,397 नए शेल्टर बनाने की योजना पर काम कर रही है और 1,459 अन्य स्थान भविष्य के विकास के लिए चिन्हित किए गए हैं। कुल मिलाकर 2,800 से अधिक नए बस स्टॉप तैयार किए जाएंगे।
डिज़ाइन चयन के लिए एक ओपन डिज़ाइन प्रतियोगिता कराई जाएगी, जिसके बाद निर्माण, संचालन और रखरखाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
मंत्री सिंह ने यह भी बताया कि दिल्ली में बस रूट का पुनर्गठन किया जा रहा है, ताकि बेहतर कनेक्टिविटी, कम भीड़भाड़ और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित की जा सके।
“यह बदलाव सिर्फ बुनियादी ढांचे का नहीं, बल्कि यह दिल्ली की यात्रा संस्कृति को नए सिरे से परिभाषित करने का एक प्रयास है,” सिंह ने जोड़ा।