नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदानी जीवन को स्मरण किया।
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
मुख्यमंत्री गुप्ता ने डॉ. मुखर्जी की विरासत को अदम्य साहस, राष्ट्रवादी दृष्टिकोण और अखंड भारत के लिए दिए गए बलिदान का प्रतीक बताया। उन्होंने डॉ. मुखर्जी के प्रसिद्ध नारे – “एक विधान, एक निशान, एक प्रधान” – का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता के प्रति उनके अडिग समर्पण का प्रमाण है।
आज दिल्ली के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में अपने सभी सहयोगी मंत्रीगण, सांसदगण, विधायकगण एवं समर्पित कार्यकर्ता साथियों के साथ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके बलिदानी जीवन का स्मरण किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय शिक्षा… pic.twitter.com/2aUXJ77rLI
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) June 23, 2025
“डॉ. मुखर्जी का मानना था कि भारतीय संविधान की समानता हर राज्य पर लागू होनी चाहिए। उन्होंने अनुच्छेद 370 के खिलाफ अपने प्राणों की आहुति दी ताकि जम्मू-कश्मीर को भारत के अन्य हिस्सों की तरह एकीकृत किया जा सके,” मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा।
सीएम गुप्ता ने आगे कहा कि उनकी सरकार सुशासन, राष्ट्रगौरव और जनसेवा के मूल्यों के साथ आगे बढ़ रही है। “डॉ. मुखर्जी के दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। हमारा संकल्प है कि हम भारत को एक सशक्त, समृद्ध और अखंड राष्ट्र बनाएंगे,” उन्होंने कहा।
यह श्रद्धांजलि ऐसे समय में दी गई है जब भाजपा राष्ट्रीय एकता, अनुच्छेद 370 की समाप्ति और संवैधानिक एकरूपता को अपने वैचारिक स्तंभों के रूप में लगातार मजबूत कर रही है।