नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के गृह विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेश के अनुसार, भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) के प्रमुख मधुर वर्मा का तबादला कर दिया गया है। अब वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विक्रमजीत सिंह को एसीबी की कमान सौंपी गई है।
मधुर वर्मा, जो 2005 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, ने पूर्व आप मंत्रियों मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण में कथित भ्रष्टाचार की जांच के सिलसिले में समन जारी किया था। अब उन्हें संयुक्त पुलिस आयुक्त (सेंट्रल रेंज) के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है।
विक्रमजीत सिंह, जो वर्तमान में संयुक्त पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) के रूप में कार्यरत हैं, को अब संयुक्त आयुक्त (भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा कई अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं:
- नीरज ठाकुर (1994 बैच): स्पेशल सीपी (दिल्ली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन) से हटाकर स्पेशल सीपी (प्रोविजनिंग और फाइनेंस विभाग) बनाया गया।
- राजेश खुराना (1994 बैच): अब स्पेशल सीपी, दिल्ली पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड के पद पर होंगे।
- गरिमा भटनागर (1994 बैच): अब स्पेशल सीपी, इकोनॉमिक ऑफेंसेज विंग (EOW) के रूप में कार्यभार संभालेंगी।
- एम एन तिवारी (2004 बैच): संयुक्त सीपी, आर्म्ड पुलिस से संयुक्त सीपी, सुरक्षा बनाए गए हैं।
- धीरेज कुमार (2004 बैच): संयुक्त सीपी, दिल्ली पुलिस अकादमी से संयुक्त सीपी, आर्म्ड पुलिस के रूप में स्थानांतरित।
- ए वी देशपांडे (2006 बैच): जो वर्तमान में संयुक्त सीपी, पीसीआर और कम्युनिकेशन हैं, उन्हें लाइसेंसिंग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
- नूपुर प्रसाद (2007 बैच): संयुक्त सीपी, लाइसेंसिंग से हटाकर संयुक्त सीपी, EOW बनाया गया है।
एसीबी में नेतृत्व परिवर्तन ऐसे समय में हुआ है जब आम आदमी पार्टी के नेताओं से जुड़े भ्रष्टाचार मामलों की जांच तेज़ी से आगे बढ़ रही है। यह फेरबदल जांच की दिशा और गति को प्रभावित कर सकता है।