नई दिल्ली: दिल्ली और गुरुग्राम के लाखों यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने एक नया 11 किलोमीटर का मेट्रो कॉरिडोर द्वारका यशोभूमि से गुरुग्राम IFFCO चौक तक बनाने का प्रस्ताव हरियाणा सरकार को सौंपा है। अगर यह योजना मंजूर हो जाती है तो दिल्ली-गुरुग्राम सफर आसान होगा और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।
प्रस्तावित रूट में शामिल हैं—यशोभूमि, भरतल, बिजवासन, कार्टरपुरी, सेक्टर 23, ताऊ देवी लाल पार्क और IFFCO चौक। इस कॉरिडोर की सबसे अहम विशेषता होगी सेक्टर 23 पर इंटरचेंज स्टेशन, जहां से पुराने गुरुग्राम मेट्रो प्रोजेक्ट से कनेक्टिविटी मिलेगी। यानी यात्रियों को एक ही जगह से दो मेट्रो नेटवर्क का लाभ मिलेगा।
इस प्रोजेक्ट से उद्योग विहार, साइबर सिटी, हीरो होंडा चौक और सुभाष चौक जैसे गुरुग्राम के प्रमुख क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही यह कॉरिडोर दिल्ली एयरपोर्ट लाइन और ब्लू लाइन से जुड़कर यात्रियों को तेज़ और सीधा सफर उपलब्ध कराएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे रोज़ाना सफर करने वाले लाखों यात्रियों का समय बचेगा और सड़कों पर दबाव घटेगा।
हालांकि, चुनौतियां भी कम नहीं हैं। अभी डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को मंजूरी मिलनी बाकी है। भूमि अधिग्रहण, निर्माण के दौरान ट्रैफिक जाम, पर्यावरणीय अड़चनें और लागत का बोझ कौन उठाएगा, यह अहम सवाल हैं। हरियाणा के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इन पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
अगर सब कुछ सही रहा तो अगले कुछ सालों में इस कॉरिडोर का निर्माण शुरू हो सकता है। इसके साथ ही दिल्ली-एनसीआर का मेट्रो नेटवर्क और मज़बूत होगा और दिल्ली से गुरुग्राम सफर करने वाले लाखों यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।