नई दिल्ली: दिल्ली के अशोक विहार और वज़ीरपुर इलाकों में सोमवार को रेलवे लाइनों के पास अवैध अतिक्रमणों को हटाने के लिए एक समन्वित विध्वंस अभियान शुरू किया गया. भारी पुलिस बल की मौजूदगी में किए गए इस अभियान का उद्देश्य सरकारी भूमि को वापस हासिल करना और रेलवे बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
अशोक विहार के जेलरवाला बाग इलाके में, एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम ने, उत्खनन मशीनों (excavators) और लगभग 250 पुलिस अधिकारियों के समर्थन से, सरकारी भूमि पर अवैध रूप से निर्मित मानी जाने वाली 200 से अधिक संरचनाओं को ध्वस्त करना शुरू कर दिया.
इसी समय, वज़ीरपुर में भी एक समान अभियान शुरू किया गया, जिसमें रेलवे लाइन से सटी अतिक्रमणों को हटाने पर ध्यान केंद्रित किया गया. अधिकारियों ने विध्वंस प्रक्रिया के दौरान व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी प्रकार की बाधा को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों की दो कंपनियों को तैनात किया. इस महीने वज़ीरपुर में यह दूसरा ऐसा अभियान है, जो रेलवे भूमि से अनधिकृत निर्माणों को हटाने के चल रहे प्रयासों को दर्शाता है.
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मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 2 जून को पहले विध्वंस के बाद, रेलवे पटरियों के पास अतिक्रमणों को संबोधित करने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, ‘यदि रेलवे लाइन पर अतिक्रमण किया जाता है और कोई दुर्घटना होती है, तो कौन जिम्मेदार होगा?’
हाल की कार्रवाइयां हाल के हफ्तों में दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में भूमिहीन कैंप और मद्रासी कैंप में किए गए इसी तरह के अभियानों को दर्शाती हैं, जो अवैध निर्माण से निपटने और सरकारी स्वामित्व वाली भूमि पर सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक पहल का संकेत देती हैं.