नई दिल्ली: आगामी मानसून सीजन को देखते हुए नगर निगम आयुक्त अश्वनी कुमार ने दिल्ली में संभावित मच्छरजनित बीमारियों—विशेषकर डेंगू और चिकनगुनिया—के प्रसार को रोकने के लिए समूहिक और समन्वित कार्रवाई का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि जुलाई और अगस्त बीमारी के प्रसार के उच्चतम महीने होते हैं और यदि समय रहते कार्रवाई की जाए, तो स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है।
गुरुवार को आयोजित अंतर-विभागीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुमार ने विभिन्न विभागों से कचरा हटाने, परिसर की सफाई सुनिश्चित करने, और जनजागरूकता अभियान चलाने की अपील की।
“केवल मिलकर किए गए प्रयासों से ही मच्छरजनित बीमारियों को रोका जा सकता है। यही सही समय है कार्रवाई का,” आयुक्त ने कहा और सतर्कता, जनभागीदारी और विभागीय सहयोग पर बल दिया।
बहु-विभागीय समन्वय की जरूरत
बैठक में दिल्ली जल बोर्ड, एनडीएमसी, सीपीडब्ल्यूडी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली पुलिस, डीडीए, बागवानी विभाग समेत कई एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे। सभी को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई बनाए रखें, विशेष रूप से पार्कों, मलकानाओं, नालों और सरकारी भवनों में।
एमसीडी के लोक स्वास्थ्य विभाग ने एक प्रस्तुति के माध्यम से हॉटस्पॉट क्षेत्रों, रोग फैलाव के पैटर्न, और मच्छर पनपने की परिस्थितियों की जानकारी साझा की।
जनभागीदारी और जागरूकता पर जोर
कुमार ने सुझाव दिया कि दिल्ली सरकार, एमसीडी और एनडीएमसी के अंतर्गत आने वाले स्कूल अपने पैरेंट-टीचर मीटिंग (PTM) में डेंगू जैसी बीमारियों पर जागरूकता फैलाएं। उन्होंने “डेंगू होमवर्क” जैसी पहल का सुझाव दिया, जिससे बच्चे घर पर रोकथाम गतिविधियों में भाग लें।
“हमें हर नागरिक तक यह संदेश पहुंचाना है,” कुमार ने कहा और डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स (DBC) द्वारा डोर-टू-डोर अभियान और मीडिया प्रचार चलाने के निर्देश दिए।
बुनियादी ढांचे पर फोकस और स्वच्छता के निर्देश
आयुक्त ने दिल्ली जल बोर्ड को जल रिसाव पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। साथ ही दिल्ली पुलिस, सिंचाई, डीईएमएस और बागवानी विभाग को अपने परिसरों में सफाई बनाए रखने और पानी जमा न होने देने का आदेश दिया।
बैठक के अंत में निगम ने एक बयान जारी कर कहा कि आगामी दो महीनों में सतर्क और समन्वित प्रयास मच्छरजनित बीमारियों के प्रसार को काफी हद तक कम कर सकते हैं।