नई दिल्ली: दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली के ऐतिहासिक संदर्भों को जानने के उद्देश्य से हुमायूं के मकबरे का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद गुप्ता ने कहा, “”हम दिल्ली प्रांत के ऐतिहासिक संदर्भ में अध्ययन कर रहे हैं। विभिन्न कालखंडों के शासकों को आवंटित भूमि और उनके योगदान का विश्लेषण करना हमारा उद्देश्य है।”
उन्होंने यह भी प्रश्न उठाया कि “क्या केवल यही नायक-नायिकाएं दिल्ली के इतिहास से जुड़े हुए हैं? आनंदपाल तोमर, जिनका शासन 300 वर्षों तक रहा, उनके लिए कोई स्मारक क्यों संरक्षित नहीं किया गया?”

विहिप प्रान्त मंत्री श्री सुरेंद्र गुप्ता जी ने स्पष्ट किया कि इस निरीक्षण का कोई विवादित अर्थ न निकाला जाए। यह एक ऐतिहासिक अध्ययन है, और इसकी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंपी जाएगी।
मकबरों के नाम बदलने की अटकलों पर श्री गुप्ता जी ने अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा: “मकबरों के नाम बदले नहीं जा सकते, लेकिन मार्गों के नाम हिंदू नायकों के नाम पर रखे जाने चाहिए।”
*विश्व हिंदू परिषद*
— Sanjeev (@sanjeev_vhp) March 23, 2025
*प्रेस नोट*
दिनांक: 23 मार्च 2025
स्थान: दिल्ली
आज विश्व हिंदू परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने प्रांत मंत्री मा. सुरेंद्र गुप्ता जी की अध्यक्षता में हुमायूं के मकबरे का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण दिल्ली प्रांत के ऐतिहासिक संदर्भों का अध्ययन करने के उद्देश्य… pic.twitter.com/fyMTmSzhup
प्रान्त मंत्री ने विपक्ष द्वारा इस मामले को राजनीतिक रंग देने के प्रयासों को खारिज किया और कहा कि यह अध्ययन ऐतिहासिक तथ्यों को उजागर करने के लिए किया जा रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने यह भी घोषणा की कि जल्द ही सफदरजंग मकबरे का निरीक्षण किया जाएगा।