नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2025 अब अपने निर्णायक चरण में पहुंच चुका है। नामांकन की प्रक्रिया आज समाप्त हो गई। दिनभर चुनाव अधिकारी के कार्यालय में गहमागहमी बनी रही और अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए दोपहर 3 बजे तक उम्मीदवारों ने अपने पर्चे दाखिल किए।
छात्रों में चुनाव को लेकर उत्साह
डीयू में छात्रसंघ चुनाव को लेकर छात्रों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। मतदान 18 सितम्बर को होगा जबकि मतगणना 19 सितम्बर को की जाएगी। छात्र उम्मीदवारों ने वादा किया है कि चुनाव के जरिए वे युवा विशेष बस सेवा, हॉस्टल आवंटन प्रणाली और अकादमिक सुधार जैसे मुद्दों को मजबूती से उठाएंगे।
एक उम्मीदवार ने कहा, “इस साल दिल्ली में 25 से अधिक युवा विशेष बसें शुरू हुई हैं और हॉस्टल के लिए केंद्रीकृत आवंटन प्रणाली लागू की गई है।”

मतदान के लिए दिशा-निर्देश जारी
विश्वविद्यालय प्रशासन ने मतदान प्रक्रिया के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की हैं:
- पहले वर्ष के छात्र, जिनके पास यूनिवर्सिटी आईडी कार्ड नहीं है, वे आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, पैन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे मान्य सरकारी पहचान पत्र दिखाकर वोट डाल सकेंगे।
- दूसरे और तीसरे वर्ष के छात्र केवल विश्वविद्यालय पहचान पत्र के साथ ही मतदान कर पाएंगे।
सुरक्षा और सख्त नियम
चुनाव को लेकर दिल्ली पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की है। कोर्ट के आदेशों के अनुसार:
- दीवारों पर पोस्टर-बैनर लगाने की मनाही है।
- रात में गाड़ियों के साथ रैली निकालने पर रोक है।
- चुनाव प्रचार मुख्यतः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ही केंद्रित रहेगा।
एबीवीपी बनाम एनएसयूआई – सीधी टक्कर
इस बार का डूसू चुनाव मुख्य रूप से एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच सीधी टक्कर माना जा रहा है। नामांकन प्रक्रिया में बाधा डालने के आरोप भी लगे, लेकिन छात्र संगठनों का कहना है कि हजारों छात्रों का समर्थन उन्हें मजबूती देगा।
सख्त सुरक्षा, कड़े नियम और छात्रों के जबरदस्त उत्साह के बीच, दिल्ली विश्वविद्यालय का यह छात्रसंघ चुनाव हाल के वर्षों का सबसे रोमांचक मुकाबला साबित होने जा रहा है।