नई दिल्ली: दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने आनंद विहार स्थित विवेकानंद स्कूल में अत्याधुनिक ‘फ्यूचर लैब’ का उद्घाटन किया और बोर्ड परीक्षाओं व राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर मंत्री सूद ने कहा कि यह लैब केवल तकनीक सीखने का स्थान नहीं, बल्कि छात्रों की कल्पनाशक्ति, नवाचार और जिज्ञासा को बढ़ावा देने का मंच है। “हमारा उद्देश्य केवल उपभोक्ता नहीं, तकनीक के निर्माता तैयार करना है,” उन्होंने कहा।
मंत्री ने कहा कि छात्रों की सफलता केवल उनकी नहीं, बल्कि उनके माता-पिता की भी है, क्योंकि सफलता एक सामूहिक प्रयास का परिणाम होती है।
छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “यह केवल एक शैक्षणिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह संदेश है कि जब आस्था, प्रतिभा और प्रगति एक साथ आते हैं, तब नए भारत की नींव रखी जाती है।”
— Ashish Sood (@ashishsood_bjp) July 12, 2025
स्वामी विवेकानंद के विचारों को उद्धृत करते हुए उन्होंने तीन प्रमुख संदेश दिए:
- जिज्ञासा – अपने भीतर उठने वाले प्रश्नों को कभी दबाएं नहीं।
- साहस – चुनौतियों का डटकर सामना करें।
- शक्ति – मजबूत शरीर और मजबूत मन ही एक महान राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
आशिष सूद ने छात्रों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को डर के बजाय जिम्मेदारी से अपनाने का आग्रह किया। “इसका समझदारी से उपयोग करें और भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करें,” उन्होंने कहा।
समापन में उन्होंने छात्रों को भारत के भविष्य के निर्माता बताया और कहा, “जब 2047 में भारत स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे करेगा, तब आज के यही छात्र देश का नेतृत्व करेंगे। शिक्षा ही वह लॉन्चपैड है जो उन्हें इस उड़ान के लिए सक्षम बनाएगा।”