नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आयकर आयुक्त (छूट) जीवन लाल लाविडिया और शापूरजी पल्लोनजी समूह के एक कार्यकारी से जुड़े रिश्वत मामले में महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां की हैं। भारतीय राजस्व सेवा के उच्च पदस्थ अधिकारी लाविडिया पर समूह के पक्ष में एक अपील का निपटारा करने के लिए 70 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
लाविडिया के अलावा, शापूरजी पल्लोनजी समूह के उप महाप्रबंधक (कराधान) विरल कांतिलाल मेहता, साईराम पालीसेट्टी, नट्टा वीरा नागा श्री राम गोपाल और साजिदा मजहर हुसैन शाह को भी मामले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई का आरोप है कि शाह ने लाविडिया को रिश्वत पहुंचाई, जो हैदराबाद में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त के कार्यालय के तहत आयकर आयुक्त (अपील इकाई-8 और इकाई-7) के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभालते थे।
सीबीआई ने यह सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की कि लाविडिया, बिचौलियों के साथ मिलकर, अपीलों पर अनुकूल निर्णय के लिए अवैध रिश्वत प्राप्त करने के लिए भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त है। जाल बिछाया गया, जिसके परिणामस्वरूप रिश्वत लेते हुए मुंबई में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद, लाविडिया और उसके साथियों को हैदराबाद में गिरफ्तार किया गया। कई स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप रिश्वत की राशि के अलावा लगभग 69 लाख रुपये नकद बरामद हुए। आरोपियों को मुंबई, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विशेष सीबीआई अदालतों में पेश किया गया।
CBI arrests five accused including a Commissioner of Income Tax, Hyderabad, and four others immediately after handing over bribe of Rs. 70 Lakh meant for said Commissioner pic.twitter.com/B296QJ8sCq
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) May 10, 2025
शापूरजी पल्लोनजी समूह ने अभी तक गिरफ्तारियों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सीबीआई की कार्रवाई भ्रष्टाचार से निपटने और कानून के शासन को बनाए रखने के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।