तम्मन्ना का आकर्षण बना सफलता की खुशबू — कर्नाटक की शान ‘मैसूर सैंडल सोप’ ने रचा नया इतिहास
अतुल चतुर्वेदी | बेंगलुरु | कर्नाटक की पहचान बन चुका मैसूर सैंडल सोप, जिसने एक सदी से भी ज्यादा समय से अपनी प्राकृतिक चंदन सुगंध से देश और दुनिया को मोहित किया है, अब एक बार फिर खबरों में है।
बॉलीवुड अभिनेत्री तम्मन्ना भाटिया को ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने के बाद, इस प्रतिष्ठित ब्रांड के मुनाफे में 2024–25 के वित्तीय वर्ष में 37% की वृद्धि दर्ज की गई है।
कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड (KSDL) के प्रबंध निदेशक और आईएफएस अधिकारी पी.के.एम. प्रशांत के अनुसार, कंपनी ने अपने इतिहास का अब तक का सबसे ऊंचा लाभ दर्ज किया है।
प्रशांत ने कहा “तम्मन्ना के प्रचार से हमारे ब्रांड को नया चेहरा मिला है। अब युवा पीढ़ी भी इस पारंपरिक ब्रांड से जुड़ रही है।”

‘Pure as Sandalwood, Proudly from Karnataka’ — नया अभियान, नई उड़ान
2024 में शुरू हुआ नया विज्ञापन अभियान — “Pure as Sandalwood, Proudly from Karnataka” — ने मैसूर सैंडल सोप को एक आधुनिक और आकर्षक पहचान दी।
तम्मन्ना की ग्लैमरस मौजूदगी ने डिजिटल, प्रिंट और टीवी मीडिया के जरिए ब्रांड को शहरों से लेकर गांवों तक नई ऊर्जा दी।
उनके प्रचार से यह पारंपरिक ब्रांड एक बार फिर भारतीय एफएमसीजी बाजार में युवा ग्राहकों के दिलों तक पहुंच गया है।
81% कारोबार राज्य से बाहर — अब राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित ब्रांड
KSDL की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के कुल कारोबार का 81% हिस्सा कर्नाटक के बाहर से आता है।
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में यह ब्रांड अब एक प्रीमियम साबुन ब्रांड के रूप में लोकप्रिय है।
प्रशांत ने कहा “मैसूर सैंडल की खुशबू अब केवल कर्नाटक तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे भारत में शुद्धता का प्रतीक बन गई है।”

विजयपुर में दूसरा कारखाना — उत्तर कर्नाटक के विकास की नई दिशा
बढ़ती मांग को देखते हुए, KSDL ने विजयपुर (बीजापुर) में अपना दूसरा कारखाना स्थापित करने का निर्णय लिया है।
राज्य सरकार के सहयोग से शुरू हो रहा यह नया उत्पादन केंद्र उत्तर कर्नाटक, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बाजारों को आपूर्ति करेगा।
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इसके साथ ही यह स्थानीय युवाओं के लिए रोज़गार के नए अवसर भी लेकर आएगा।
इस इकाई में साबुन, डिटर्जेंट, अगरबत्ती और चंदन तेल उत्पादों का निर्माण किया जाएगा।
प्रशांत ने कहा “विजयपुर इकाई सिर्फ उत्पादन विस्तार नहीं, बल्कि उत्तर कर्नाटक के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम है।”
नवाचार, पर्यावरण संरक्षण और वैश्विक विस्तार की ओर कदम
KSDL अब अपनी सदी पुरानी परंपरा को बनाए रखते हुए पर्यावरण अनुकूल पैकेजिंग, डिजिटल मार्केटिंग और नई सुगंधों वाले उत्पाद पेश कर रहा है।
कंपनी वर्तमान में 19 देशों को निर्यात कर रही है और आने वाले समय में यूरोप, पूर्व एशिया और मध्य पूर्व में अपने बाजार का विस्तार करेगी।
सामाजिक जिम्मेदारी के तहत कंपनी ने ₹1 करोड़ रुपये शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों के लिए समर्पित किए हैं।
साथ ही 10,000 चंदन किसानों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।
108 साल पुरानी परंपरा में नया अध्याय
1916 में महाराजा नालवड़ी कृष्णराज वाडियार और सर एम. विश्वेश्वरैया की दूरदृष्टि से शुरू हुआ मैसूर सैंडल सोप, आज भी शुद्ध चंदन तेल से बना दुनिया का एकमात्र साबुन है।
प्रशांत ने कहा “हमारा लक्ष्य है कि 2028 तक ₹5,000 करोड़ का कारोबार हासिल करें।”

