नई दिल्ली: दिल्ली—एक ऐसा शहर जो दिन में तेजी से दौड़ता है, लेकिन रात होते-होते गड्ढों, टूटी सड़कों और हर मौसम की नई चुनौतियों तले टूट जाता है। लेकिन अब सरकार का दावा है कि यह तस्वीर बदलने वाली है।
दिल्ली PWD ने बड़ा ऐलान किया है—मार्च 2026 तक 500 किलोमीटर नई और अपग्रेडेड सड़कें तैयार होंगी।
PWD मंत्री प्रवेश वर्मा के अनुसार, दिल्ली की सड़कों को बेहतर बनाने के लिए एक कॉम्प्रिहेंसिव रोडमैप तैयार किया गया है। इसमें शामिल हैं—
- टूटी सड़कों की मरम्मत
- नए फुटपाथ
- स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम
- अंडरपासों का री-मॉडलिंग
- आधुनिक सड़क डिज़ाइन और बेहतर क्वालिटी मैटेरियल
इस मेगा मिशन को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने ₹800 करोड़ का बजट जारी किया है।

बारिश, ट्रैफिक और गड्ढों का शहर — इस बार क्या बदलेगा?
हर साल दिल्ली की सड़कें भारी बारिश और अत्यधिक ट्रैफिक लोड के चलते टूट जाती हैं। इसके बाद आते हैं:
- गहरे गड्ढे
- हादसे
- जाम
- और सड़क सुरक्षा की चुनौतियाँ
PWD का दावा है कि नई सड़कों में बेहतर मटेरियल, साइंटिफिक ड्रेनेज, और मॉडर्न इंजीनियरिंग डिजाइन का उपयोग होगा, जिससे सड़कें लंबे समय तक टिकाऊ रहेंगी।
लेकिन दिल्ली के बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का इतिहास बताता है कि—
योजना जितनी बड़ी हो, उसका क्रियान्वयन उतना ही मजबूत होना जरूरी है।
यदि समय पर मॉनिटरिंग और गुणवत्ता की निगरानी नहीं हुई, तो यह भी सिर्फ एक ऐलान बनकर रह जाएगा।
500 हॉटस्पॉट चिन्हित—ग्राउंड पर कार्रवाई शुरू
दिल्ली को गड्ढा-मुक्त बनाने के लिए मंत्री प्रवेश वर्मा ने जमीनी स्तर पर समीक्षा शुरू कर दी है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर लिखा:
“दिल्ली की सड़कों और सफाई को बेहतर बनाने के लिए व्यापक अभियान चल रहा है।
500 बड़े हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं जहां सड़क और सफाई से जुड़ी समस्याएँ पाई गईं।”
कोटला मुबारकपुर में आयोजित निरीक्षण में शामिल थे:
- डीएम, डीसी
- एमसीडी
- दिल्ली पुलिस
- सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग
- डीडीए
- पीडब्ल्यूडी
- जल बोर्ड
- एनडीएमसी के अधिकारी
जारी किए गए निर्देश:
- टूटी सड़कों को तुरंत ठीक किया जाए
- सार्वजनिक शौचालयों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए
- क्षेत्र की त्रुटि-मुक्त सफाई की जाए
- जिन स्थानों पर शिकायतें पहले से दर्ज थीं, वहां सुधार कार्य शुरू कर दिए गए हैं
इस दौरे में नीरज बसोया और रविंद्र चौधरी भी मौजूद रहे।

