नई दिल्ली: राजधानी की लाइफलाइन कही जाने वाली दिल्ली मेट्रो इन दिनों गलत कारणों से चर्चा में है। सोशल मीडिया पर एक नया वायरल वीडियो सामने आया है जिसमें दो यात्रियों के बीच मेट्रो कोच के अंदर जमकर मारपीट होती दिख रही है। यह घटना एक बार फिर मेट्रो यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि मेट्रो कोच पूरी तरह भीड़ से खचाखच भरा हुआ है, जहां दो युवक किसी बात को लेकर बहस करते हैं। देखते ही देखते बहस झगड़े में बदल जाती है — एक युवक दूसरे का कॉलर पकड़ लेता है, दोनों एक-दूसरे पर हमला करते हैं और मेट्रो के फर्श पर गिरकर एक-दूसरे को पीटने लगते हैं।
लड़ाई इतनी भयंकर थी कि एक युवक की शर्ट के सारे बटन तक टूट गए। डर के मारे कई यात्री पीछे हट जाते हैं, जबकि कुछ लोग बीच-बचाव कर उन्हें अलग करने की कोशिश करते हैं।


लगातार बढ़ रही घटनाएं, कार्रवाई नदारद
ऐसे झगड़े अब दिल्ली मेट्रो में आम हो गए हैं। कभी सीट को लेकर, कभी धक्का-मुक्की या किसी मामूली बात पर मेट्रो के अंदर झगड़े होते हैं। इन घटनाओं के वीडियो लगातार वायरल हो रहे हैं, जिन्हें कुछ लोग मनोरंजन के रूप में देखते हैं — लेकिन हकीकत में यह यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बनते जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि डीएमआरसी और सीआईएसएफ की ओर से ऐसे मामलों में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। “वीडियो में चेहरों की पहचान साफ नजर आती है, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। शायद यही वजह है कि ऐसी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं,” एक यात्री ने नाराज़गी जताई।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
दिल्ली मेट्रो में सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ जवानों की तैनाती रहती है, और स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी भी की जाती है। लेकिन यात्रियों का कहना है कि मेट्रो के अंदर यानी कोच में सुरक्षाकर्मी नजर नहीं आते, जहां अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर हर मेट्रो कोच में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं या बीच-बीच में गश्त की व्यवस्था की जाए, तो इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता है। “अगर लोगों को पता हो कि कोच में सुरक्षाकर्मी मौजूद हैं, तो उनमें डर बना रहेगा,” एक सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा।
दिल्ली मेट्रो में झगड़े और मारपीट की बढ़ती घटनाओं ने प्रशासन के लिए भीड़ प्रबंधन, कानून-व्यवस्था और यात्रियों की सुरक्षा पर नए सिरे से बहस छेड़ दी है।
अधिकारियों की ओर से इस वायरल वीडियो पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यात्रियों का कहना है कि अब समय आ गया है कि ऐसे उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और मेट्रो के अंदर सुरक्षा इंतज़ामों को और मजबूत बनाया जाए।

