नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के कल्याण निवासी प्रतीक तनपुरे को निवेशकों को निशाना बनाकर की गई एक परिष्कृत साइबर धोखाधड़ी योजना में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया है।
तनपुरे पर एक साइबर अपराध गिरोह को सिम कार्ड मुहैया कराने का आरोप है, जो पीड़ितों को प्रसिद्ध, सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियों के छूट वाले शेयरों का वादा करके धोखाधड़ी वाली योजना में निवेश करने के लिए लुभाता था।
यह गिरफ्तारी सीबीआई की चल रही राष्ट्रव्यापी पहल “ऑपरेशन चक्र-वी” का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य साइबर-सक्षम वित्तीय अपराधों को खत्म करना है।
इस अभियान के तहत दिल्ली, हिसार, लखनऊ, मुंबई, पुणे और नासिक में दस स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें निवेश धोखाधड़ी से संबंधित महत्वपूर्ण सबूत मिले।
In a Crackdown on Cyber Financial Crimes, CBI Conducts Multi-State Searches
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) June 13, 2025
Arrests a Mumbai Resident under Operation Chakra-V pic.twitter.com/J3i9JSF466
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, “आरोपी ने पहले से सक्रिय सिम कार्ड और खच्चर बैंक खाते उपलब्ध कराकर साइबर आपराधिक नेटवर्क के अवैध संचालन को सुविधाजनक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”
अधिकारी ने कहा, “तलाशी के दौरान, हमने काफी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद की, जो इस योजना में उसके शामिल होने की पुष्टि करती है।”
धोखेबाजों ने निवेशकों को छूट वाले शेयरों का वादा करके लुभाने के लिए एक भ्रामक मोबाइल एप्लिकेशन और व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल किया। पीड़ितों द्वारा अपना पैसा निवेश करने के बाद, आरोपी ने कथित तौर पर धन का दुरुपयोग किया, जिसके परिणामस्वरूप जनता को काफी वित्तीय नुकसान हुआ।
सीबीआई ने तलाशी के दौरान डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य जब्त किए, जिससे निवेशकों को धोखा देने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले जटिल तरीकों का पता चला। जांच जारी है, और सीबीआई इस धोखाधड़ी योजना में शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।