नई दिल्ली: दिवाली के बाद राजधानी दिल्ली की हवा जहरीली हो गई है। रविवार रात हुई भारी आतिशबाजी के बाद सोमवार सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। सबसे खराब स्थिति पंजाबी बाग इलाके में दर्ज की गई, जहां AQI 999 तक पहुंचा। वहीं नई दिल्ली क्षेत्र में 758, नारायणा में 611, पुरानी दिल्ली में 659 और आनंद विहार में 500 का आंकड़ा रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली के आईएनए, अक्षरधाम, कनॉट प्लेस और आईटीओ इलाकों से मिली तस्वीरों में घने स्मॉग की चादर दिखाई दे रही है। दृश्यता बेहद कम हो गई है और लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी है। विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों की शुरुआत के साथ प्रदूषण की स्थिति और बिगड़ सकती है।
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए GRAP-II प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। इनमें शामिल हैं:
- निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध।
- डीजल जेनरेटर चलाने पर रोक।
- निजी वाहनों के उपयोग को सीमित करने की अपील।
- CNG और इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने का निर्णय।
- दिल्ली मेट्रो की अतिरिक्त सेवाएं शुरू की जाएंगी।
- RWAs को निर्देश दिए गए हैं कि सुरक्षा गार्डों को हीटर उपलब्ध कराएं ताकि कचरा, लकड़ी या कोयला जलाने से बचा जा सके।
इंडिया गेट के आसपास का नजारा बता रहा है कि दिवाली की आतिशबाजी का असर कितना गहरा है। सूरज की रोशनी भी स्मॉग को चीर नहीं पा रही। कई जगहों पर लुटियंस दिल्ली जैसे वीवीआईपी इलाकों में भी स्मॉग गन चलाए जा रहे हैं ताकि धुएं को कम किया जा सके।
लखनऊ में भी हालात बिगड़े हैं। नगर निगम ने एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल शुरू किया है, जो जगह-जगह प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव कर रही हैं। वहीं, मुंबई के दादर बीच इलाके में घना स्मॉग छाया हुआ है, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई है।
पंजाब के ज़िरकपुर में भी दिवाली के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है। प्रशासन ने नागरिकों को मास्क पहनने और घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दी के आगमन के साथ ही प्रदूषण और बढ़ सकता है क्योंकि ठंडी हवाओं में धुआं और धूल जमीन के पास जम जाती है, जिससे दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में बदल जाता है।

