नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण (Delhi pollution) ने लोगों की सांसें रोक दी हैं। नवंबर के शुरू होते ही हवा का स्तर इतना जहरीला हो गया है कि कई इलाकों में AQI 500 के पार पहुंच चुका है। CPCB रिपोर्ट (CPCB report) के अनुसार, दिल्ली के कई हिस्सों में हवा ‘सीवियर’ कैटेगरी में है, जिसके कारण लोगों को सांस में तकलीफ, सिरदर्द, आंखों में जलन जैसी शिकायतें बढ़ रही हैं।
इसी बीच AIIMS दिल्ली के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अनंत मोहन ने बेहद गंभीर चेतावनी जारी की है। उन्होंने दिल्ली की हवा को “जानलेवा और लाइफ-थ्रेटनिंग” बताया और कहा कि लगातार बिगड़ते प्रदूषण से न सिर्फ फेफड़ों की बीमारी, बल्कि हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, संक्रमण और गर्भावस्था से जुड़े जोखिम भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
“10 साल से स्थिति वही—अब ड्रास्टिक कदम ही समाधान”
डॉ. मोहन ने स्पष्ट कहा:
“दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक (air quality crisis) है। पिछले 10 सालों से यही हाल है। छोटे सुधार नहीं, अब ड्रास्टिक, लॉन्ग-टर्म स्टेप्स लेने होंगे। यह सिर्फ फेफड़ों को नहीं—दिल, दिमाग और शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर रहा है।”
स्वास्थ्य पर खतरनाक असर
डॉक्टर के अनुसार—
- सांस की समस्या, खांसी, सर्दी, जुकाम में बढ़ोतरी
- अस्थमा मरीजों की हालत खराब
- हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा
- आंख, नाक व गले के इंफेक्शन बढ़े
- प्रेग्नेंट महिलाओं, नवजात बच्चों पर गंभीर खतरा
- बच्चों में फेफड़ों का विकास प्रभावित होने की आशंका
डॉ. मोहन ने कहा कि OPD और इमरजेंसी दोनों जगह मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, और कई मरीजों को वेंटिलेटर तक पर रखना पड़ रहा है।
लोग सड़कों पर उतरे — सरकार पर सवाल
बढ़ते स्मॉग और जहरीली हवा से नाराज़ लोग इंडिया गेट और अब जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सवाल साफ है—
“दिल्ली में प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सरकार ठोस कदम क्यों नहीं उठा रही?”
प्रदूषण के मुख्य कारण
- वाहनों और ट्रकों का धुआं
- निर्माण स्थलों की धूल
- फैक्ट्रियों और डीजल जनरेटर का उत्सर्जन
- कचरा जलाना
- गरीब इलाकों में लकड़ी/कोयले से खाना पकाना
AIIMS डॉक्टर की सावधानियां
डॉ. मोहन ने लोगों को सलाह दी:
- N95 मास्क पहनकर ही बाहर निकलें
- मॉर्निंग वॉक, जॉगिंग बंद करें
- छोटे बच्चों और बुजुर्गों को बाहर न ले जाएं
- घरों में साफ-सफाई रखें
- कोई चीज न जलाएं
- संभव हो तो बाहर न निकलें
उन्होंने कहा—
“अब पर्सनल प्रोटेक्शन से आगे बढ़कर सरकार को बड़े स्तर पर कार्रवाई करनी होगी, नहीं तो हालात और भी बदतर होंगे।”
बारिश की उम्मीद नहीं—स्थिति और बिगड़ सकती है
मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक हफ्ते तक बारिश की संभावना नहीं, जिससे दिल्ली में प्रदूषण और बढ़ सकता है।

