नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शुक्रवार को राजधानी के सरकारी स्कूलों में कक्षाओं के निर्माण से जुड़े ₹2,000 करोड़ के कथित भ्रष्टाचार मामले में पूछताछ के लिए भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) के सामने पेश हुए।
अधिकारियों ने पुष्टि की कि सिसोदिया को इस मामले में समन भेजा गया था, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) नेता सत्येंद्र जैन को भी तलब किया गया था। जैन 6 जून को एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे।
ACB ने 30 अप्रैल को एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की थी, जिसमें दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए 12,000 से अधिक कक्षाओं और अर्ध-पक्के ढांचों में भारी वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था।
सूत्रों के अनुसार, शिकायत में निर्माण कार्यों में लागत बढ़ाने, प्रक्रिया में खामियां और सार्वजनिक धन के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए हैं। एजेंसी अब टेंडर प्रक्रिया, परियोजना कार्यान्वयन और खर्च की जांच कर रही है।
सिसोदिया और जैन दोनों ही दिल्ली सरकार की शिक्षा सुधार पहलों के मुख्य चेहरे रहे हैं और उन्होंने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है।
यह मामला आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जारी कानूनी कार्रवाइयों की श्रृंखला में एक और कड़ी जोड़ता है।