नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक निजी बैंक से कथित तौर पर धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये हड़पने के आरोप में एक रियल एस्टेट डेवलपर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अनिल मिठास (52) नोएडा का रहने वाला है और एक रियल एस्टेट समूह का निदेशक और बहुलांश हिस्सेदार है।
निजी बैंक ने मेसर्स उन्नति फॉर्च्यून होल्डिंग लिमिटेड (यूएफएचएल) द्वारा नोएडा और गुड़गांव में परियोजनाओं के निर्माण के लिए 2016 और 2017 में 100 करोड़ रुपये और 65 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए थे।
हालांकि, यह पाया गया कि मिठास ने कथित तौर पर तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया और ऋण राशि हड़प ली।
2019 में, वित्तीय लेनदार मेसर्स नुपुर फिनवेस्ट प्राइवेट लिमिटेड ने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाया और आरोप लगाया कि यूएफएचएल ने उन्हीं 75 फ्लैटों को उनके पास और बाद में निजी बैंक के पास गिरवी रख दिया था। एनसीएलटी ने दिवालियापन की कार्यवाही शुरू की और एक दिवालियापन समाधान पेशेवर (आईआरपी) नियुक्त किया, जिसने यूएफएचएल का ऑडिट करने का आदेश दिया।
पुलिस ने कहा कि ऑडिट में कथित तौर पर मार्च 2014 से मार्च 2019 तक बड़ी वित्तीय विसंगतियां सामने आईं, जिसमें संबंधित पक्षों, सहयोगी कंपनियों और शेल कंपनियों को फंड का डायवर्जन दिखाया गया। इन निष्कर्षों के आधार पर मामला दर्ज किया गया और पर्याप्त सबूत इकट्ठा करने के बाद 8 मई को मिठास को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने कहा कि वह धोखाधड़ी के दो अन्य मामलों और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज एक मामले में भी आरोपी है। आगे की जांच जारी है।