नई दिल्ली: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यमुना नदी को स्वच्छ बनाने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। इस बैठक में नदी के कायाकल्प के प्रयासों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
गुप्ता ने इस बात पर जोर दिया कि यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यमुना को उसके उद्गम से लेकर संगम तक उसकी प्राचीन अवस्था में बहाल करने के दृष्टिकोण के अनुरूप है। उन्होंने कहा, “केंद्र और दिल्ली दोनों सरकारें यमुना को प्रदूषण मुक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता में एकजुट हैं। हमारा ध्यान नदी के उस हिस्से पर है जो दिल्ली से होकर बहती है।”
बैठक में जल शक्ति मंत्रालय और दिल्ली सरकार के अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण पर्यावरणीय लक्ष्य की दिशा में कार्रवाई योग्य कदमों पर चर्चा की। गुप्ता ने कहा, “हम यमुना को स्वच्छ बनाने की दिशा में व्यवस्थित रूप से आगे बढ़ रहे हैं।”
आधिकारिक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में वजीराबाद और ओखला के बीच यमुना का 22 किलोमीटर का हिस्सा, जो नदी की कुल लंबाई का 2 प्रतिशत से भी कम है, इसके प्रदूषण के 80 प्रतिशत के लिए जिम्मेदार है। यह इस महत्वपूर्ण जलमार्ग के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए ठोस प्रयासों की तत्काल आवश्यकता को दर्शाता है।