नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (AAP) पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि पार्टी दिवाली के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को लेकर “भ्रामक प्रचार” फैला रही है और इसका मकसद सिर्फ हिंदू त्योहारों और सनातन धर्म को बदनाम करना है।
सिरसा ने कहा कि आम आदमी पार्टी का मकसद पर्यावरण की चिंता नहीं, बल्कि एक धर्म विशेष के पर्व को निशाना बनाना है।
“इनका उद्देश्य एक्यूआई की बात करना नहीं है, बल्कि सनातन धर्म और हिंदू त्योहारों को बदनाम करना है। दिवाली के नाम पर एक वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है,” सिरसा ने कहा।
उन्होंने पिछले कुछ वर्षों के एक्यूआई आंकड़े पेश करते हुए दावा किया कि इस बार पटाखों की अनुमति होने के बावजूद वायु गुणवत्ता में बढ़ोतरी कम रही है।
“2020 में दीपावली से पहले एक्यूआई 414 था और अगले दिन 435 हुआ यानी 21 पॉइंट बढ़ा। 2024 में पटाखे बैन थे, तब एक्यूआई 328 से बढ़कर 360 हुआ यानी 32 पॉइंट की बढ़ोतरी। लेकिन इस बार जब पटाखे अलाउड थे, तो दीपावली से पहले 335 और अगले दिन 356 रहा यानी सिर्फ 21 पॉइंट का अंतर आया,” सिरसा ने कहा।
उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण कोई नई समस्या नहीं है बल्कि “27 साल पुरानी बीमारी” है, जिसके लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों जिम्मेदार हैं।
“यह बीमारी 2025 में शुरू नहीं हुई, पिछले 27 सालों से चली आ रही है। कांग्रेस और AAP ने दिल्ली को इस हाल में पहुंचाया है, और अब हम उसे सुधारने की कोशिश कर रहे हैं,” सिरसा ने कहा।
जब उनसे सुप्रीम कोर्ट के 10 बजे के बाद पटाखे फोड़ने के आदेश उल्लंघन पर सवाल पूछा गया, तो सिरसा ने कहा कि यह जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है। हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए लगातार कदम उठा रही है।
“दिल्ली में गाड़ियों और निर्माण कार्यों में बढ़ोतरी के बावजूद हमने प्रदूषण को 5 पॉइंट तक कम किया है। सार्वजनिक परिवहन को ग्रीन और इलेक्ट्रिक बनाया जा रहा है,” उन्होंने कहा।
सिरसा ने लोगों से अपील की कि प्रदूषण और धार्मिक त्योहारों को जोड़कर न देखा जाए।
“दिवाली को बदनाम न करें। यह सभी की जिम्मेदारी है — सरकार की, पुलिस की और नागरिकों की — कि दिल्ली की हवा साफ हो,” उन्होंने कहा।

