नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने लग्जरी SUV चोरी और तस्करी से जुड़े एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और ₹1 करोड़ से अधिक मूल्य की चोरी की गाड़ियां, हथियार, फर्जी नंबर प्लेट और वाहन के कल-पुर्जे बरामद किए गए हैं। आरोपी इन वाहनों को छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में बेचते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अशरफ सुल्तान (आवृत्त अपराधी) और इरशाद उर्फ बाबा (बिलासपुर स्थित गैराज संचालक) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, इरशाद का गैराज चोरी की SUVs को स्टोर करने और उनकी पहचान बदलने का अड्डा था।
पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (DCP) अभिषेक धानिया ने बताया कि गैंग मास्टर कीज की मदद से SUVs को अनलॉक करते थे और फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर लगाकर दूसरी जगह भेजते थे।
खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस ने अशरफ को गाजीपुर के नाला रोड के पास से गिरफ्तार किया। उसके पास से एक लोडेड पिस्टल और एक चोरी की गाड़ी मिली, जिसके वैध दस्तावेज नहीं थे। इंजन और चेचिस नंबर से पुष्टि हुई कि यह गाड़ी चोरी की थी। इसके बाद गाजीपुर थाने में Arms Act के तहत मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ में अशरफ ने खुलासा किया कि वह दिल्ली से गाड़ियां चोरी कर मेरठ और अन्य राज्यों में भेजता था। इन गाड़ियों को फर्जी नंबर प्लेट लगाकर छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और कोलकाता में बेचा जाता था।
उसकी सूचना पर पुलिस ने इरशाद के बिलासपुर स्थित गैराज पर छापा मारा, जहां से एक SUV और एक इंजन मिला जो हौज खास और विवेक विहार से चोरी हुए थे।
इसके बाद गाजियाबाद के मुराद नगर स्थित नूर नगर कॉलोनी में छापा मारा गया, जहां से दो और चोरी की SUVs बरामद की गईं। ये गाड़ियां पांडव नगर और मंडावली थानों में दर्ज मामलों से जुड़ी थीं।
पुलिस के अनुसार, अशरफ के खिलाफ पहले से 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें Arms Act और वाहन चोरी शामिल हैं। इरशाद पर भी चोरी का माल रखने और सबूत नष्ट करने के कम से कम दो मामले दर्ज हैं।
पुलिस का मानना है कि यह गैंग एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा है। अन्य फरार आरोपियों — साकिर उर्फ गड्डू, उजैर, और राशिद उर्फ काला — की तलाश जारी है।