नई दिल्ली, 20 नवंबर: राजधानी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कक्षा 10 के एक छात्र ने कथित शिक्षक उत्पीड़न से तंग आकर राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन पर प्लेटफॉर्म से कूदकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद गुरुवार को छात्र के स्कूल के बाहर सैकड़ों लोग जमा होकर भारी विरोध प्रदर्शन करने लगे और आरोपित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
16 वर्षीय विद्यार्थी ने 18 नवंबर को आत्महत्या की थी। उसकी स्कूल बैग से एक डेथ नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने साफ लिखा है कि वह स्कूल में शिक्षकों द्वारा किए जा रहे अपमान और कड़े शब्दों से बेहद आहत था।
“मुझे अफसोस है… लेकिन स्कूल स्टाफ ने जो कहा, उसे सहन नहीं कर पाया” — छात्र का डेथ नोट
छात्र ने अपने अंतिम पत्र में लिखा:
“ऐसा करने का दुःख है, लेकिन स्कूल स्टाफ की कही बातों ने मुझे इस स्थिति में धकेल दिया।”
उसने आगे लिखा कि यदि उसके अंग सही हालत में पाए जाएँ तो उन्हें जरूरतमंद लोगों को दान कर दिया जाए।
छात्र ने यह भी लिखा कि माता-पिता ने उसे सब कुछ दिया, लेकिन वह उनके लिए कुछ नहीं कर पाया — इसलिए उसे क्षमा करें।
“ऐसा किसी और छात्र के साथ न हो” — अंतिम अपील
डेथ नोट में छात्र ने शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा कि
किसी भी अन्य छात्र को मेरी जैसी स्थिति का सामना नहीं करना पड़े।
पीड़ित के पिता ने FIR दर्ज कराई
बेटे की मौत के बाद पिता ने पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई है।
उनका आरोप है कि:
- कुछ विशिष्ट शिक्षक छात्रों को बार-बार अपमानित और नीचा दिखाते थे
- मामूली बातों पर भी डांट-फटकार और मानसिक प्रताड़ना दी जाती थी
- उनके बेटे ने कई बार यह शिकायत घर पर भी की थी
पिता का कहना है कि उन्होंने स्कूल प्रशासन से कई बार मौखिक शिकायत की थी, लेकिन शिक्षकों का व्यवहार नहीं बदला।
पुलिस ने जांच तेज की
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि वे:
- डेथ नोट में लिखी बातों,
- पिता द्वारा लगाए गए आरोपों,
- शिक्षकों और छात्रों के बयान,
- और स्कूल रिकॉर्ड
सबकी कानूनी रूप से जांच कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सभी पहलुओं की गहन समीक्षा की जा रही है।

