नई दिल्ली: दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क (दिल्ली चिड़ियाघर) में सोमवार को रॉयल बंगाल टाइगर की एक मादा ‘अदिति’ ने छह शावकों को जन्म दिया, जो पिछले 20 वर्षों में सबसे बड़ा ब्रीडिंग रिकॉर्ड है। यह अदिति की पहली संतति है, जिसे नागपुर के गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर से लाया गया था।
चिड़ियाघर के निदेशक संजीत कुमार ने जानकारी दी कि मां और शावकों की स्थिति पर सीसीटीवी के जरिए लगातार निगरानी रखी जा रही है क्योंकि पहले 48 घंटे शावकों के लिए बेहद अहम होते हैं। उन्होंने बताया, “अदिति जंगली मूल की है और वह शावकों की अच्छी तरह से देखभाल कर रही है।”
इससे पहले चिड़ियाघर में 6 सफेद बाघ और 7 रॉयल बंगाल टाइगर थे। अब शावकों के साथ इनकी संख्या बढ़ गई है।

इससे पहले 2023 में टाइगर ‘सिद्धि’ ने पांच शावकों को जन्म दिया था लेकिन उनमें से केवल दो ही जीवित रह पाए थे। वहीं, 2005 में भी छह शावकों का जन्म हुआ था लेकिन केवल दो बच पाए थे।
चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिजीत भावल ने बताया कि 2023 से अदिति को ब्रीडिंग के लिए तैयार किया जा रहा था। पहले करण और हरी नामक टाइगर्स के साथ प्रयास असफल रहे, लेकिन सफेद टाइगर विजय के साथ मेटिंग के बाद गर्भावस्था की पुष्टि 26 मई को भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) से हुई थी।
Also Read: Six Bengal Tiger Cubs Born at Delhi Zoo, Biggest Litter in 20 Years, Boosts Conservation Efforts
“शावक फिलहाल अपनी मां के साथ बाड़े में हैं। पांच शावक स्वस्थ लग रहे हैं और उनकी निगरानी की जा रही है,” डॉ. भावल ने कहा।
सफेद बाघ विजय, जो इस बार के शावकों के पिता हैं, ने 2022 में भी संतति दी थी। सफेद बाघों के शरीर में नारंगी रंगद्रव्य फियोमेलानिन नहीं होता, लेकिन वे भी रॉयल बंगाल टाइगर ही होते हैं, बस रंग अलग होता है।
दिल्ली चिड़ियाघर, जो 1959 में स्थापित हुआ था, नेशनल जू पॉलिसी के तहत सेंटरल जू अथॉरिटी द्वारा संरक्षित प्रजातियों के संरक्षण ब्रीडिंग कार्यक्रम का हिस्सा है और 2010 से टाइगर संरक्षण केंद्र के रूप में मान्यता प्राप्त है।
यह जन्म भारत में बाघों के संरक्षण प्रयासों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।