नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने नोएडा स्थित प्रमुख निर्माण कंपनी सुपरटेक लिमिटेड और उसके प्रमोटर आर.के. अरोड़ा, साथ ही कंपनी के कई निदेशकों के खिलाफ ₹126.07 करोड़ की IDBI बैंक धोखाधड़ी के आरोपों पर औपचारिक जांच शुरू कर दी है।
FIR में आर.के. अरोड़ा के साथ-साथ पूर्णकालिक निदेशक संगीता अरोड़ा, मोहित अरोड़ा, पारुल अरोड़ा, विकास कंसल, प्रदीप कुमार, अनिल कुमार शर्मा और अनिल कुमार जैन, और सुपरटेक लिमिटेड को भी नामजद किया गया है।
CBI registers case against a Private Company and its Promoters / Directors for cheating and misappropriating the funds sanctioned by IDBI Bank pic.twitter.com/dJbw5Ak2UG
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) June 14, 2025
CBI ने शनिवार को आरोपियों से जुड़े पांच स्थानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया, जिसमें नोएडा और गाजियाबाद में कार्यालय और आवास शामिल थे। CBI के एक प्रवक्ता के अनुसार, तलाशी में ₹28.5 लाख नकद जब्त किए गए। यह जांच IDBI बैंक की एक शिकायत के बाद शुरू की गई, जिसमें धोखाधड़ी गतिविधियों के माध्यम से ऋण निधि के दुरुपयोग की साजिश का आरोप लगाया गया है।
FIR में दावा किया गया है कि सुपरटेक और उसके निदेशकों ने झूठे बहाने के तहत क्रेडिट सुविधाएं हासिल करने के लिए जाली दस्तावेज जमा किए। बाद में बैंक ने ऋण खाते को जानबूझकर चूक घोषित कर दिया और इसे धोखाधड़ी के रूप में वर्गीकृत कर दिया।
CBI का आरोप है कि इसके परिणामस्वरूप IDBI Bank Ltd को ₹126.07 करोड़ का गलत नुकसान हुआ।