नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने PACL लिमिटेड और इसके निदेशकों, प्रमोटरों और संबंधित संस्थाओं के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत करीब ₹762.47 करोड़ की अचल संपत्तियों को अंतरिम रूप से अटैच किया है। ये संपत्तियां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र और ऑस्ट्रेलिया में स्थित हैं।
CBI की दिल्ली शाखा द्वारा भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराएं 120-B और 420 के तहत दर्ज FIR के आधार पर ईडी ने जांच शुरू की थी। इस मामले में PACL लिमिटेड, PGF लिमिटेड, स्वर्गीय निर्मल सिंह भंगू और अन्य पर करोड़ों के सामूहिक निवेश घोटाले को अंजाम देने का आरोप है। जांच में सामने आया कि इन योजनाओं के जरिए लगभग ₹48,000 करोड़ की राशि भोले-भाले निवेशकों से एकत्र कर उसका दुरुपयोग किया गया।

ईडी की जांच में यह भी सामने आया कि यह धन कई लेनदेन की परतों में छिपाकर निवेश किया गया था, ताकि उसकी अवैध उत्पत्ति को छुपाया जा सके। इस धन से कुल 68 अचल संपत्तियां खरीदी गईं, जो निर्मल सिंह भंगू, उनके परिवार और PACL से जुड़ी संस्थाओं के नाम पर हैं। इन संपत्तियों को वैध दिखाने की कोशिश की गई ताकि अपराध की आय को ‘कानूनी’ संपत्ति के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।
Also Read: ED Attaches ₹762.47 Crore Worth of PACL-Linked Properties in Multi-Crore Fraud Case
ईडी ने कहा कि यह प्रयास सीधे तौर पर ‘अपराध की आय’ (Proceeds of Crime) को वैध संपत्ति में बदलने की एक साज़िश है। मामले की जांच अभी जारी है।