नई दिल्ली: भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर चर्चा से बचने के लिए जानबूझकर विधानसभा की कार्यवाही बाधित करने का आरोप लगाया है। रिपोर्ट में सत्ता में रहने के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं को उजागर किया गया है।
सिरसा ने आप विधायकों की आलोचना करते हुए कहा कि जब भी सीएजी रिपोर्ट पर चर्चा होती है तो वे लगातार व्यवधान पैदा करते हैं, जिसके कारण उन्हें विधानसभा से हटा दिया जाता है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनकी हरकतें उन्हें सीएजी रिपोर्ट की जांच से नहीं बचा पाएंगी।
रिपोर्ट में उजागर किए गए कथित घोटालों की ओर इशारा करते हुए सिरसा ने कहा कि शीश महल और दिल्ली जल बोर्ड घोटाले के बारे में खुलासे जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी बारह और रिपोर्ट जारी होनी हैं, जो पिछले एक दशक के भ्रष्टाचार को उजागर करेंगी।
सिरसा ने पिछली केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री आवास पर एक आलीशान कार्यालय के निर्माण की आलोचना की और दावा किया कि यह शीश महल से भी अधिक भव्य है। उन्होंने घोषणा की कि इस मामले पर एक रिपोर्ट भी जल्द ही जारी की जाएगी। सिरसा ने आगे आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल के दौरान, AAP सरकार ने जन कल्याण की तुलना में राजनीतिक विज्ञापनों को प्राथमिकता दी, महिलाओं को प्रति माह 1,000 रुपये देने का वादा करने के बजाय विज्ञापनों पर लाखों खर्च किए। उन्होंने जोर देकर कहा कि केजरीवाल लंबे समय तक जवाबदेही से बच नहीं सकते।